कलापीकेतन |
Email : info@oasisthacker.com |
Music Albums |
Downloads & Samples |
घनश्याम ठक्कर (Oasis)
ग्रीष्मोंको सावन मिलेगा,
पौधोंको जीवन मिलेगा,
पर मेरी तनहाईयोंको
कब कुछ हरापन मिलेगा?
अंधेरोंको खामोशियों हैं,
मस्तीको बेहोशियों है,
हमें डूबना है वो जलमें, -
खचाखच जहां कश्तियों है॑!
आंखोको अंजन मिलेगा,
चहरेको दर्पन मिलेगा,
मेरे बूढे बचपनेको
कब कोई यौवन मिलेगा?
दरियेको आहोंका बादल,
फूलोंको कांटोका आंचल,
मेरा समयसे वो नाता,-
चले तीर जैसे हरेक पल...!
आंखोको अंसुवन मिलेगा,
सूरजको भी घन मिलेगा
मेरी ये मायूसियोंको
कब कोई दुश्मन मिलेगा?
-------------------